Āja kā pāṭha: samakālīna Hindī kahānī kā eka cayana

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Asada Zaidī, Vishṇu Nāgara
Sahamata, 1994 - Hindi fiction - 265 pages
Selected short stories by various 20th century Hindi authors based on the theme of secular and democratic values.

From inside the book

Contents

अब्दुल बिस्मिल्लाह
1
काशीनाथ सिंह
17
कृष्ण बलदेव वैद
30

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Common terms and phrases

अपनी अपने अब अभी आगे आज आदमी आप आया आवाज इस उनके उन्हें उन्होंने उस उसका उसकी उसके उसने उसे एक और कभी कर करता करते करने कहा का काम किया किसी की की ओर की तरह कुछ के बाद के लिए के साथ को कोई क्या क्यों गई गया था गयी गये घर चल चाय जब जा जाता जाने जी जैसे जो तक तुम तो था और था कि थीं दिन दिया दिल्ली दी दे देख देखा देर दो नहीं नीचे ने पर पहले पाकिस्तान फिर बहुत बात बाबा बार बाहर भी मन मुझे मुसलमान में मेरी मेरे मैं मैंने यह या रहा था रहा है रही थी रहे थे राम रिक्शा लगा लगी लगे लिया ले लेकिन लोग लोगों वह वहां वाले वे शायद सकता सब सामने साहब से हम हाथ ही हुआ हुई हुए हूं है है और है कि हैं हो गया होगा होता

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