Haṃsa cuge jyoṃ sīpa se motī: Solaha kahāniyām̐Bihāra Grantha Kuṭīra, 1963 - 184 pages |
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... यहाँ रात भर हो । कल ही तुमलोगों को बाहर भेज दिया जायगा । " " तो हल्का - फुल्का एक प्राध संस्मरण ही सुना डालो । ” सभी एक साथ चिल्लाये ...
... यहाँ रात भर हो । कल ही तुमलोगों को बाहर भेज दिया जायगा । " " तो हल्का - फुल्का एक प्राध संस्मरण ही सुना डालो । ” सभी एक साथ चिल्लाये ...
Page 104
... यहाँ जा रहा हूँ । ! भाई , फिर कभी आयो । अभी प्राचार्य परसों ही यूनिवर्सिटी के सिनेट की बैठक है । अपने यहाँ से जो नया ग्रंथ निकला है ...
... यहाँ जा रहा हूँ । ! भाई , फिर कभी आयो । अभी प्राचार्य परसों ही यूनिवर्सिटी के सिनेट की बैठक है । अपने यहाँ से जो नया ग्रंथ निकला है ...
Page 135
... यहाँ रहे , चाहे परदेस । " बस , इसी प्रकार दिन पर दिन बीतते रहे । तीन साल और बीत गए और डाक्टरों की आशंका सच निकली । अजय को जोरों की खाँसी ...
... यहाँ रहे , चाहे परदेस । " बस , इसी प्रकार दिन पर दिन बीतते रहे । तीन साल और बीत गए और डाक्टरों की आशंका सच निकली । अजय को जोरों की खाँसी ...
Common terms and phrases
अपना अपनी अपने अब अभी अमरनाथ आगे आप इस प्रकार उनके उपन्यास उस उसका उसकी उसके उसने उसे एक और कई कर करता करते करना करने का काम किया किसी की की ओर कुछ के लिए के साथ को कोई क्या क्यों गई गए गजाधर गाँव घर चला चाय जब जा जाता जो तक तब तभी तुम तो था कि थी थे दिया दे देख देखा दो दोनों नवरंग नहीं नाम ने कहा पड़ा पता पर पास पूछा प्रेमचंदजी फिर बंसी बहादुर बहुत बात बातें बाद बाहर बीच बोला बोले भगत भगत सिंह भाई भी मगर मुझे में मेरा मेरी मेरे मैं मैंने यह यहाँ रहा था रहा है रही थी रहे थे रात रामलाल रामसागर रुपए रुपया रोज लगा लगे लिया ले लेकर लोग वह वाले वे सकता सामने साहित्यकार सुमित्रा से सो हाँ हाथ ही हुआ हुई हुए हूँ है कि हैं हो गया होगा होता