Sāhitya-cintana ke naye āyāma: śodhaparaka tathā samīkshātmaka nibandha lekha |
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... रहता है । इसमें शब्दों की ध्वनि का अर्थों से अविच्छिन्न सम्बन्ध नहीं रहता । इसलिए एक भाषा के शुद्ध गद्य को दूसरी भाषा के शुद्ध गद्य ...
... रहता है । इसमें शब्दों की ध्वनि का अर्थों से अविच्छिन्न सम्बन्ध नहीं रहता । इसलिए एक भाषा के शुद्ध गद्य को दूसरी भाषा के शुद्ध गद्य ...
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... रहती है , उसी प्रकार प्रतीकों में बिम्बात्मक आधार अवश्य रहता है । इसलिए कुछ प्रतीकों को जिनमें बिम्बात्मक आधार स्पष्ट रहता है ...
... रहती है , उसी प्रकार प्रतीकों में बिम्बात्मक आधार अवश्य रहता है । इसलिए कुछ प्रतीकों को जिनमें बिम्बात्मक आधार स्पष्ट रहता है ...
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... रहती हैं , जिनमें बीज रूप में विषय का सम्पूर्ण विस्तार समाहित रहता है । रूपरेखा के माध्यम से ही केन्द्रीय विचार सूत्र अथवा दृष्टि ...
... रहती हैं , जिनमें बीज रूप में विषय का सम्पूर्ण विस्तार समाहित रहता है । रूपरेखा के माध्यम से ही केन्द्रीय विचार सूत्र अथवा दृष्टि ...
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Common terms and phrases
अधिक अनुभूति अनेक अपनी अपने अर्थ अर्थों आदि आधार उनकी उनके उन्होंने उसके उसे एक कर करके करता है करते हैं कवि कविता कविता के कवियों का कालिदास काव्य किन्तु किया है किसी की की दृष्टि की है कुछ के प्रति के रूप में के लिए के साथ को कोई गद्य गया है गुप्त जा सकता जाता है जी जीवन जो डॉ० तक तत्त्व तथा तुक तुलसी तुलसी ने तुलसीदास तो था थे दर्शन दृष्टि से दोनों द्वारा नहीं नहीं है नाटक नाम निराला ने पर पुराण पृ० प्रतीक प्रभाव प्रस्तुत ब्रह्मा भारत भी माध्यम मानव मूल में ही मेघदूत यह या युग राम रामचरितमानस लय वह वही वाले विषय विष्णु वे व्यक्त शब्द शब्दों शिव संस्कृति सकता है सभी सांस्कृतिक साथ ही साहित्य सीता से स्तर स्पष्ट स्वरूप हिन्दी ही हुआ है और है कि हैं हो होकर होता है होती होते हैं