देव और दानव एक राजनैतिक क्रा̐तिकारी [sic] उपन्याससूर्य प्रकाशन, 1967 - 116 pages |
From inside the book
Results 1-3 of 31
Page 23
... वहां श्राते ही जयन्त ने उसे देखा , किन्तु वह उस श्रोर न बढ़कर ... वहां नहीं था , वह अपना पिस्तौल उठाकर वहां से जा चुका था । चौथा ...
... वहां श्राते ही जयन्त ने उसे देखा , किन्तु वह उस श्रोर न बढ़कर ... वहां नहीं था , वह अपना पिस्तौल उठाकर वहां से जा चुका था । चौथा ...
Page 55
... वहां भाई शारदा देवी , जयन्त की मां । उसने घर में ही जयन्त का बोल सुन लिया था । उसको पता था कि उसका जयन्त क्रोध नहीं करता , कम बोलता है ...
... वहां भाई शारदा देवी , जयन्त की मां । उसने घर में ही जयन्त का बोल सुन लिया था । उसको पता था कि उसका जयन्त क्रोध नहीं करता , कम बोलता है ...
Page 70
... वहां से जा चुका था । राव हमीरसिंह ने प्रोफेसर को उस मकान से दूर तक पहुँचाया था । उस समय वहां केवल जमींदार विक्रम था , न उनकी पत्नी ...
... वहां से जा चुका था । राव हमीरसिंह ने प्रोफेसर को उस मकान से दूर तक पहुँचाया था । उस समय वहां केवल जमींदार विक्रम था , न उनकी पत्नी ...
Common terms and phrases
अपना अपनी अपने अब आदमी आप आया इस उस उसका उसकी उसके उसने उसने कहा उसी समय उसे एक एकाएक ऐसा और कमला ने कर करता है करने कह का काम किन्तु किया किसी की ओर की बात कुछ के के लिये के साथ को कोई क्या गयी गाँव घर चेतराम जब जमींदार जयन्त की जयन्त ने कहा जा जाकर जिस जी जीवन जैसे जो ठाकुर तब तभी तुम तुम्हारा तो था कि थी थे दिन दिया देख देखकर देखा धरती नहीं नारी पर परन्तु पास पिता पुत्र प्रोफेसर अतुल फिर बन बना बात बाबू बोला बोली भाव भी मत मन मां मुंह मुझे में मेरा मेरे मैं मैंने यह यहां यही रधिया रधिया ने रहा था रहा है रही रहे राजकुमारी राम लिया वह वहां विक्रम ने वे व्यक्ति शराब शारदा सकता सब सभी समाज से हां हाथ ही हुआ हुए हूं है कि हैं हो गया होगा