'Ugra' kā kathā-sāhityaRājapāla, 1977 - 241 pages |
From inside the book
Results 1-3 of 76
Page 35
... पर भी समाज पीड़िता पार्वती का पक्ष न लेकर उसीका समर्थन करेगा । पार्वती के प्रति कहे गए देवनाथ के ये शब्द हिन्दू समाज में प्रश्रय ...
... पर भी समाज पीड़िता पार्वती का पक्ष न लेकर उसीका समर्थन करेगा । पार्वती के प्रति कहे गए देवनाथ के ये शब्द हिन्दू समाज में प्रश्रय ...
Page 118
... प्रति वात्सल्य है , परन्तु अपने परम्परागत कार्य के विरुद्ध अलियार के विरोध के प्रति भयं- कर क्रोध है । अन्ततः इस दुविधा को वह अपने ...
... प्रति वात्सल्य है , परन्तु अपने परम्परागत कार्य के विरुद्ध अलियार के विरोध के प्रति भयं- कर क्रोध है । अन्ततः इस दुविधा को वह अपने ...
Page 157
... पर प्रकाश डाला गया है परन्तु राधा और घनश्याम के सम्बन्धों से पुरुष द्वारा स्त्री के प्रति विश्वासघात के प्रश्न को उठाया गया है ...
... पर प्रकाश डाला गया है परन्तु राधा और घनश्याम के सम्बन्धों से पुरुष द्वारा स्त्री के प्रति विश्वासघात के प्रश्न को उठाया गया है ...
Other editions - View all
Common terms and phrases
अथवा अन्य अपनी अपने इन इस इस प्रकार ईश्वर उग्र उनकी उनके उन्हें उन्होंने उपन्यास उपन्यास में उपन्यासकार उस उसका उसकी उसके उसने उसे एक एवं ओर कर करके करता है करती करते हैं करना करने के कलकत्ता कला कलाकार कहानियों में कहानी कहानीकार का कार्य किया है किसी की कुछ के कारण के प्रति के रूप में के लिए के साथ को कोई कोयला घर चित्र जब जाता है जीवन के जैसे तक तरह तो था थी थे दिन दिया दिल्ली देता है देश दो दोनों द्वारा धर्म नर्गिस नहीं नामक नारी ने पत्नी पर परन्तु पात्रों पुत्र पुरुष पृ० प्रस्तुत प्रेम फागुन बम्बई भारत भी मनुष्य में मैं यह या लेखक वह वही वाले विषय वे व्यक्ति सन् सभी समय समाज साहित्य से स्त्री स्थान हिन्दी ही हुआ हुई हुए हूं है और है कि है जो हो होकर होता है होती होते होने होली