Deśa-vibhājana aura Hindī kathā-sāhityaPortrayal of the partition of India in Hindi fiction; a study. |
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पृष्ठ7 10 11 8 57 59 102 104 105 | 7 |
से 162 आधा गाँव डा राही मासूम रजा | 11 |
से 41 सती मैया का चौरा भैरव प्रसाद गुप्त | 15 |
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अथवा अधिक अन्य अपनी अपने अब आम आर्थिक इन इस प्रकार इसी कारण उन उनकी उनके उन्हें उन्होंने उस उसका उसकी उसके उसे एक कर कर रहे करने कहा कहानी का काँग्रेस किया किया गया किया है किसी की कुछ के कारण के बाद के लिये के साथ को कोई क्या क्योंकि गई गया है गये गाँव घर चित्रण जब जा जाता है जाती जिन्ना जी जो तक तथा तब तो था थी दिन दिनों दिया देश दो दोनों द्वारा धर्म नफरत नहीं है ने पंजाब पर परन्तु पाकिस्तान प्रस्तुत फिर बहुत बात भारत भी मनुष्य मुसलमान मुसलमानों मुस्लिम मुस्लिमों में में भी यह यहाँ ये रहा रहा था रहा है रही रहे थे रहे हैं राजनीतिक लाहौर लीग लेकर लेखक लोग लोगों वह वहाँ विभाजन के वे सन् समय समस्या साम्प्रदायिक से स्थिति स्पष्ट हम हिन्दुओं हिन्दू ही हुआ हुई हुये है और है कि हो हो गया