Urdū sāhitya kā itihāsa |
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Common terms and phrases
४ ४ अतिरिक्त अधिक अनुवाद अपनी अपने अरबी अली आदि आरम्भ इन इनका इनकी इनके इन्हें इन्होंने इस इसी ई० में उनका उनकी उनके उर्दू के उर्दू भाषा एक एवं और कई कर करते थे करने कवि कविता कवियों का का नाम काल काव्य में किया है किसी की की रचना कुछ के कारण के लिए के साथ को कोई गई गजल गजलों गद्य गये जन्म जाता है जाने जीवन जो तक तथा तो था थी थे दिया दिल्ली दृष्टि दो दोनों नवाब नहीं नाम से नामक ने पंजाब पर प्र प्रकार प्रकाशित प्रभाव प्रसिद्ध हैं प्रेम फारसी बहुत भारत भाषा भी मीर मुहम्मद में भी यह या युग ये रहा रहे रूप लखनऊ लिखा लिखी वह विशेष वे शैली संग्रह सत् सन् सभी समय सर सरल साहित्य से सैयद स्पष्ट हम हिन्दी ही हुई हुये है कि है है हैं हैदराबाद हो गया होता है होती होते होने