Mujhe mata roko |
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... कहा – ' अरे , अब तू ऊँची बात करता है । जाने कितना पढ़ गया है ! ' सुनील बोला- ' सब तुम्हारा आशीष है , ताई ! ' उस समय सुनील की माँ भी आ गयी ...
... कहा – ' अरे , अब तू ऊँची बात करता है । जाने कितना पढ़ गया है ! ' सुनील बोला- ' सब तुम्हारा आशीष है , ताई ! ' उस समय सुनील की माँ भी आ गयी ...
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Śrīrāma Śarmā Rāma. के लिये ... सुनील बोला- ' मैं जानता हूँ । इन्सान जिस शीशे ... सुनील ने गोपा से इतनी बात सुनी तो वह अवाक् रह गया । एकाएक कुछ कह ...
Śrīrāma Śarmā Rāma. के लिये ... सुनील बोला- ' मैं जानता हूँ । इन्सान जिस शीशे ... सुनील ने गोपा से इतनी बात सुनी तो वह अवाक् रह गया । एकाएक कुछ कह ...
Page 174
Śrīrāma Śarmā Rāma. सुनील ने कहा - ' गोपा ! मुझे मरना क्या अच्छा लगता है ? ' गोपा ने प्रश्न किया- ' पर आदमी मरना क्यों चाहता है ? ' सुनील बोला- ' जब ...
Śrīrāma Śarmā Rāma. सुनील ने कहा - ' गोपा ! मुझे मरना क्या अच्छा लगता है ? ' गोपा ने प्रश्न किया- ' पर आदमी मरना क्यों चाहता है ? ' सुनील बोला- ' जब ...
Common terms and phrases
अच्छा अपना अपनी अपने अब अभय अभयबाबू ने अभी अवस्था आज आत्मा आदमी आया इतना इन्सान इस उन्हें उस उसका उसकी उसके उसने उसी समय उसे एक ऐसा और कर करता करना करने कह का काम किन्तु किया किसी की ओर की बात कुछ के के लिये को कोई क्या गया गयी गये गोपा घर जब जा जाता जाने जिस जीवन जैसे जो तभी तुम तुम्हारे तो था था कि थी थे दिन दिया देखा देश दो धरती नगर नजीर नहीं पर परन्तु पास पिता फातिमा ने फिर बन बना बाबू बाबू ने बोली भाभी भावना भी भैया मजदूर मत मन में मिल मुँह मुझे मेरा मेरे मैं मैंने यह यहाँ यही रहा है रही रहे रुपया लगा लिया लेकिन वह वहाँ विवाह वे सकता सभी समाज साधना ने कहा साधना बोली सुनील ने सुनील बोला से हाँ ही हुआ हुए हूँ है कि हैं हो होगा होता