Merā vatana |
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... आगे बढ़ा , पर तभी जैसे किसीने उसे कचोट लिया । उसने देखा कि लान की हरी घास मिट्टी में समा गई । रास्ते बन्द हैं , केवल डरावनी आंखों वाले ...
... आगे बढ़ा , पर तभी जैसे किसीने उसे कचोट लिया । उसने देखा कि लान की हरी घास मिट्टी में समा गई । रास्ते बन्द हैं , केवल डरावनी आंखों वाले ...
Page 120
... आगे बढ़ी । थानेदार का क्रोध भभक उठा । आगे बढ़कर उसने मां के हाथों में तानकर डंडा मारा । हाथों में हल्का - सा कम्पन हुआ । चेहरे पर ...
... आगे बढ़ी । थानेदार का क्रोध भभक उठा । आगे बढ़कर उसने मां के हाथों में तानकर डंडा मारा । हाथों में हल्का - सा कम्पन हुआ । चेहरे पर ...
Page 138
... आगे बढ़ो दोस्तो आगे ... " भीड़ बढ़ती है और बंट जाती है । कुछ स्थानीय लोग उनमें आ मिलते हैं । गुप्त मन्त्रणा होती है ... एक पूछ बैठता है ...
... आगे बढ़ो दोस्तो आगे ... " भीड़ बढ़ती है और बंट जाती है । कुछ स्थानीय लोग उनमें आ मिलते हैं । गुप्त मन्त्रणा होती है ... एक पूछ बैठता है ...
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Common terms and phrases
अपनी अपने अब अब्बा अभी अमजद अहमद आंखें आंखों आए आगे आज आदमी आप आया आवाज इस उठा उनकी उनके उन्हें उन्होंने उस उसका उसकी उसके उसने उसी उसे एक ओर और और फिर कभी कर करते करने कहां का कि किया किसी की की तरह कुछ के लिए को कोई कौन क्या क्यों गई गए गया घर चला जब जवाब जा जाने जी जैसे जो ठीक डाक्टर तक तब तभी तुम तो था थी थीं थे दिन दिया दिल देखा दो नहीं नहीं है निशिकान्त ने कहा पड़ा पर पाकिस्तान पास पूछा फिर बहुत बात बाबू बार बोला बोले भी मन मां मुझे मुसलमान में मेरा मेरे मैं मैंने यह रहा था रहा है रही थी रहे थे राम लगा लिया ले लेकिन लोग वह वहां वे सकता सब साथ सामने साहब से हम हां हाथ हिन्दू ही हुआ हुई हुए हूं है हैं हो होकर होगा