Premacanda, kucha saṃsmaraṇa: jinhonne Premacanda ko nikaṭa se dekhā, parakhā, samajhā unake antaraṅga saṃsmaraṇoṃ kā anūṭhā saṅkalanaCollection of reminiscences about Premchand, 1881-1936, Hindi litterateur. |
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