Sūraja meṃ lage dhabbāKitāba Ghara, 1989 - 204 pages |
Contents
बात धब्बों को | 12 |
मेरा विद्रोह जोड़ बाकी नहीं है कुलवंत कोछड़ | 24 |
दर्शकों को थप्पड़ मारकर समझाना पड़ता है | 39 |
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Common terms and phrases
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