Cabūtarā tathā anya nāṭaka |
Common terms and phrases
अच्छा अपनी अपने अब अभी अरे अशोक आज आता आदमी आप इस उस उसका उसकी उसके उसे एक कभी कर करता कह कहा कहां का काम कि किसी की की ओर कुछ के के लिए के साथ को कोई क्या क्यों खड़ा गई गए गया गांगूली घर चाय जमूरा जल्दी जा जाता है जाती जाते जी जो ठीक तक तरफ तरह तुम तुम्हारे तू तो था थी दिया दूसरा दे देख देता है दो दोनों नहीं नहीं है नाम ने पंडित पता पर पहला पुलिस प्रमोद फिर बच्चे बच्चों बहुत बाबू बेंगाराम भला भाग भी भूतेश मदारी मां मुझे में मेरा मेरी मेरे मैं मैंने यह यहां ये रमेश रहा है रही रहे हैं रामनाथ रामप्रसाद रूपा लक्ष्मी लड़का लड़की लड़के ले लो लोग लोगों वह शांता सच सब सिंह सिद्धू सुमित्रा से स्वर हम हां ही ही नहीं हुआ हुए हूं है और हैं हो होगा होता