ज़मीन पर ज़मीन की तलाशHīrā Prakāśana, 1991 - 120 pages |
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... दुनिया में उनका अपहरण कर लिया गया है । यह एक आज की दुनिया का जीता - जागता सच है । , इस संकलन की कुछ कविताएं जीवन और जगत् के शाश्वत् ...
... दुनिया में उनका अपहरण कर लिया गया है । यह एक आज की दुनिया का जीता - जागता सच है । , इस संकलन की कुछ कविताएं जीवन और जगत् के शाश्वत् ...
Page 26
... हमें बचा लो ! हमें बचा लो !! सागर से गहरा पर्वत से ऊँचा लहरों से चंचल वायु 26 / ज़मीन पर ज़मीन की तलाश हमारी अंधेरी दुनिया उजालो !
... हमें बचा लो ! हमें बचा लो !! सागर से गहरा पर्वत से ऊँचा लहरों से चंचल वायु 26 / ज़मीन पर ज़मीन की तलाश हमारी अंधेरी दुनिया उजालो !
Page 35
... दुनिया का ठुकराया हुआ वक्त की आँधी से घायल चरण - शरण आया हूँ माँ मुझे उबार लो ! अपनों से दूर हूँ मैं बहुत मजबूर हूँ थक गया हूँ चूर हूँ ...
... दुनिया का ठुकराया हुआ वक्त की आँधी से घायल चरण - शरण आया हूँ माँ मुझे उबार लो ! अपनों से दूर हूँ मैं बहुत मजबूर हूँ थक गया हूँ चूर हूँ ...
Common terms and phrases
अक्सर अनामिका अपनी अपने अब आँचल आग आगे आज आया आये इस उसे एक एवं और औरत कब कभी कर करती करने करो कवयित्री कविता कविताओं कहाँ कहीं का काव्य कि किंतु किया है किसी की की तलाश की बात कुछ के केवल को कोई क्या क्यों गंगा गठबन्धन गया है गीतों घर घायल चला जब जमीन जहाँ जा जाती है औरत जाते जाने जाये ज़िन्दगी जी जीवन जो तक तुम तुमने तुम्हारे तो थी थे दर्द दिया दिल दिल्ली दीप दीवाली दुनिया देश दो न सके हम नया नहीं नाम ने पर पार प्यार फिर बहुत बेटे बोला भारत भाव भी मन माता मुझे में मेरा मेरी मेरे मैं मैंने यह या ये रही रावण राह लिये लीला तलरेजा लेकिन लो वह वही विश्वास सभी समय सर सा साड़ी साथ सी सुमन से हमने हमें हर हिन्दी ही हुआ हुई हुए हूँ हृदय है हैं हो गई होगा होने