ज़मीन पर ज़मीन की तलाशHīrā Prakāśana, 1991 - 120 pages |
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... देश में जिसमें संवेदनीयता चेतना से परे जड़ पदार्थों तक को अपने में समाहित कर सम्पूर्ण विश्व को एक समग्र इकाई मानती आयी है । जहाँ ...
... देश में जिसमें संवेदनीयता चेतना से परे जड़ पदार्थों तक को अपने में समाहित कर सम्पूर्ण विश्व को एक समग्र इकाई मानती आयी है । जहाँ ...
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लीला तलरेजा. जैसी पंक्तियां जीवन अनुभव और विचारगत परिपक्वता को दर्शाती हैं तो देश , देश के लोगों के सुखों - दुःखों से लेकर उनके ...
लीला तलरेजा. जैसी पंक्तियां जीवन अनुभव और विचारगत परिपक्वता को दर्शाती हैं तो देश , देश के लोगों के सुखों - दुःखों से लेकर उनके ...
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... देश की ! इसे कुछ कर दिखाने का आप मौका तो दीजिए इसके जोश और होश की सही पहचान कीजिये देश की रीढ़ हैं आप अगर तो यह दिल की धड़कन और जान यही ...
... देश की ! इसे कुछ कर दिखाने का आप मौका तो दीजिए इसके जोश और होश की सही पहचान कीजिये देश की रीढ़ हैं आप अगर तो यह दिल की धड़कन और जान यही ...
Common terms and phrases
अक्सर अनामिका अपनी अपने अब आँचल आग आगे आज आया आये इस उसे एक एवं और औरत कब कभी कर करती करने करो कवयित्री कविता कविताओं कहाँ कहीं का काव्य कि किंतु किया है किसी की की तलाश की बात कुछ के केवल को कोई क्या क्यों गंगा गठबन्धन गया है गीतों घर घायल चला जब जमीन जहाँ जा जाती है औरत जाते जाने जाये ज़िन्दगी जी जीवन जो तक तुम तुमने तुम्हारे तो थी थे दर्द दिया दिल दिल्ली दीप दीवाली दुनिया देश दो न सके हम नया नहीं नाम ने पर पार प्यार फिर बहुत बेटे बोला भारत भाव भी मन माता मुझे में मेरा मेरी मेरे मैं मैंने यह या ये रही रावण राह लिये लीला तलरेजा लेकिन लो वह वही विश्वास सभी समय सर सा साड़ी साथ सी सुमन से हमने हमें हर हिन्दी ही हुआ हुई हुए हूँ हृदय है हैं हो गई होगा होने