Citra kā śīrshaka |
Other editions - View all
Common terms and phrases
अधिक अनुभव अपना अपनी अपने अब आदमी आप आया इस उत्तर उन उन्हें उस उसका उसकी उसके उसने उसे एक और कर करते करने के कह कहा कहानी का काम कारण कि किया किसी की ओर कुछ के लिये के साथ को कोई क्या क्यों गई गया गये गोवर्धन घर जगह जयराज जा जाता जान जाने जैसे जो डाक्टर ने तक तुम तू तो थी थे दमती दिन दिया दी दूसरे दे देख देखा देना देने दो दोनों धोती नहीं निरंजन नीता ने पर परन्तु पहले पास पूजा प्रधान फिर बहुत बाजार बात बोला ब्रजनन्दन भर भी मन मुझे मुनीर में मेरे मैं मैंने यह यहां या रख रहा था रही थी रहे राम रुपया लखनऊ लगा लगी लिया ले लोग लोगों वह वाले वे सकता सब समय सास सिगरेट सिर से सोम हम हाथ ही हुआ हुई हुये हूं है है कि हैं हो होता होती होने