Polī imārataĀtmārāma, 1964 - 169 pages |
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... अपना नुकसान हो जाय " दूध के राशनिंग कार्ड की कहानी कहते हुए , अपने उदार और व्यंग्य भरे शब्दों में ' उग्र ' ने इसी सामाजिक ' सत्य ' की ...
... अपना नुकसान हो जाय " दूध के राशनिंग कार्ड की कहानी कहते हुए , अपने उदार और व्यंग्य भरे शब्दों में ' उग्र ' ने इसी सामाजिक ' सत्य ' की ...
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... अपने अन्न से , अपने धन से , ब्राह्मण - द्रोह का प्रचार नहीं कर सकता । " जीवन ईंट का जवाब पत्थर से देते - देते रुका । उसके होंठ काँपने ...
... अपने अन्न से , अपने धन से , ब्राह्मण - द्रोह का प्रचार नहीं कर सकता । " जीवन ईंट का जवाब पत्थर से देते - देते रुका । उसके होंठ काँपने ...
Page 151
... अपने भोजन के श्राद्ध में लग जाता था । अक्सर मेरे अभिन्न भी दिखाई पड़ जाते थे , पर उनका रूप भिन्न होता था । भुक्तभोगी होने पर मुझे ...
... अपने भोजन के श्राद्ध में लग जाता था । अक्सर मेरे अभिन्न भी दिखाई पड़ जाते थे , पर उनका रूप भिन्न होता था । भुक्तभोगी होने पर मुझे ...
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Common terms and phrases
अछूत अधिक अपनी अपने अब अभी आज आप इस इसी ईश्वर उग्र उनके उन्हें उन्होंने उस उसका उसकी उसके उसने उसी उसे एक ऐसा और कभी कर करता करते करने कहाँ का कि किया किसी की की ओर की तरह कुछ के लिए को कोई क्या क्यों गई गए गुजराती घर जब ज़रा जा जाता जाने जीवन जो तक तब तुम तो त्रिभुवन था थी थे दिन दिया दूध दूसरे दे देखकर देखा दो दोनों नहीं नाम ने ने कहा पर पहले पास पिता पूछा फिर बम्बई बहुत बात बार बाहर ब्राह्मण भिक्खन भी भुवनेश्वर मगर मन माँ मालूम मुझे में मेरा मेरी मेरे मैं मैंने यह यहाँ या रहा था रहा है रही रहे रुपए रुपया लगा लड़के ले लोग वह वे सकता सब समय समाज साथ सुखदेव सुमेरा से हम हमारे हाथ ही ही नहीं हुआ हुई हुए हूँ हृदय है हैं हो गया होगा होता होने