Pāńca lambī kahāniyāṃ

Front Cover
Sāvitrī Prakāśana, 2005 - Hindi fiction - 196 pages

From inside the book

Contents

कलुआ
7
रमई राम की दो बेटियाँ
43
मिस चार्ली का ब्यूटी पार्लर
87
Copyright

2 other sections not shown

Other editions - View all

Common terms and phrases

अच्छा अपनी अपने अब आए आज आप आया इस उनके उसके उसने उसे एक और कम कर करने कलुआ कहा का काम कि किया किसी की की तरह कुछ के बाद के लिए के साथ को कोई क्या क्यों गई गईं गए गया है गयी गये घर चाय चाहिए जब जा जाएगा जाता जी जो ठीक तक तब तरफ तुम तू तो था थी थे दिन दिया दी दे देख देर दो दोनों धोती नहीं नहीं है नाहीं ने पर परधान पहले पास फिर बस बहुत बात बाबू भाई भी भी नहीं मधुबाला मन मनोहर माई मुझे में मेरे मैं यह यहां यही या रख रमई रश्मि रहा है रही रहे हैं रात राम रेशमा लगा लिया ले लेकिन लोग लोगों वह वाले वे सकता सकती सकते सब समय सुखदेव से सौ हजार हम हां हाथ ही हुआ हुई हुए हूं हेंगा हेमंत है कि हैं हो होगा होता

Bibliographic information