Rohatāsamaṭha: athavā, Tilismī bhūta, Volume 2Laharī Buka Ḍipo, 1965 |
From inside the book
Results 1-3 of 80
Page 69
athavā, Tilismī bhūta Durgāprasāda Khatrī. ली और सब कुछ साबिक दस्तूर पा अपने बगल के किसी आदमी से दबी जुवान में कहा , " सब ठीक है , बूचाची नोंद में गाफिल ...
athavā, Tilismī bhūta Durgāprasāda Khatrī. ली और सब कुछ साबिक दस्तूर पा अपने बगल के किसी आदमी से दबी जुवान में कहा , " सब ठीक है , बूचाची नोंद में गाफिल ...
Page 117
... सब लोग उस कमरे में पहुँच गए जहाँ सब जगह ले जाने के लिये चौकियाँ रक्खी रहती थीं । हम इस रास्ते और इन चौकियों का हाज पहिले बहुत खुलासे ...
... सब लोग उस कमरे में पहुँच गए जहाँ सब जगह ले जाने के लिये चौकियाँ रक्खी रहती थीं । हम इस रास्ते और इन चौकियों का हाज पहिले बहुत खुलासे ...
Page 135
... सब ऐयार उसी काम पर हैं और गौतम ने तो बिहारीसिंह और मनोरमा का कुछ पता भी लगाया है पर पूरी सफलता अभी तक किसी को नहीं मिला है । कम ० ...
... सब ऐयार उसी काम पर हैं और गौतम ने तो बिहारीसिंह और मनोरमा का कुछ पता भी लगाया है पर पूरी सफलता अभी तक किसी को नहीं मिला है । कम ० ...
Other editions - View all
Common terms and phrases
अगर अपनी अपने अब अभी आप आवाज इस इसके इसी उनके उन्होंने उस उसकी उसके उसने उसी उसे ऊपर एक ऐसा और तब कर करने कह कहा कहीं का काम किताब किया किसी की तरफ कुछ के अन्दर के पास के साथ को कोई क्या क्योंकि गई गए गये गोपाल गोपालसिंह जगह जब जरूर जवाब जा जान जाने जो ठीक तक तरह ताली तिलिस्म तुम तो था थी थीं थे दारोगा दिया देख देखा देर दो दोनों धीरे नजर नहीं निकल ने नौजवान पर पहिले पीछे पुनः फिर बन्द बहुत बात बातें बाद बार बाहर बूचाजी बोली बोले भी मगर मालूम मुँह मुझे में मेरी मेरे मैं मैंने मैना यह यहाँ या रहा है रही रहे राजा लगा लगे लिए लिया ले वह वहाँ वाली वे शेर० शेरसिंह सकता सब समय सामने से हम हाँ हाथ ही हुआ हुई हुए हूँ है और है कि हैं हो गया