Maiṃ nārī hūṃ: Vartamāna

Front Cover
Sāmayika Prakāśana, 2001 - Hindi fiction

From inside the book

Contents

Section 1
4
Section 2
5
Section 3
8

19 other sections not shown

Common terms and phrases

अपनी अपने अब अभी आई आए आज आप आया इस उठा उठी उत्तर उनके उन्हें उन्होंने उस उसका उसकी उसके उसने उसी उसे एक और कई कभी कर करता करती करते करने कह कहा कहां कहानी कहीं का कि किया किसी की की तरह कुछ के लिए कैसे को कोई क्या क्यों क्षण गई गए गया घर जब जा जाता जाती जी जैसे जो तक तब तुम तो था थी थीं थे दिन दिया दृष्टि दे देखा दो दोनों न जाने नहीं है नारी ने पत्र पर पास प्रभात फिर बस बहुत बात बाद बार बाहर बोली बोले भी नहीं मन मुझे में मेरा मेरी मेरे मैं मैंने यह यहां रहा था रहा है रही रही थी लगा लिया ले लेकिन वह वहां वही वीणा वे शतरूपा सकता सकती सहसा साथ से स्वर हम हाथ ही हुआ हुई हुए हूं है कि हैं हो होकर होगा होता होती

Bibliographic information