Hindī vyaṅgya vidhā: śāstra aura itihāsa |
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... भारत को नि : शस्त्र कर दिया गया था । इसके विरुद्ध कोई बोल न सके , अत : वर्नेक्यूलर प्रेस एक्ट पारित किया था । ऐसी दुविधापूर्ण स्थिति ...
... भारत को नि : शस्त्र कर दिया गया था । इसके विरुद्ध कोई बोल न सके , अत : वर्नेक्यूलर प्रेस एक्ट पारित किया था । ऐसी दुविधापूर्ण स्थिति ...
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... भारत देश के अधिकांश शिक्षित लोग अपनी प्रादेशिक तथा समृद्ध जनपदीय भाषाओं के साहित्य से अपरिचित हैं । उत्तर भारत तथा दक्षिण भारत की ...
... भारत देश के अधिकांश शिक्षित लोग अपनी प्रादेशिक तथा समृद्ध जनपदीय भाषाओं के साहित्य से अपरिचित हैं । उत्तर भारत तथा दक्षिण भारत की ...
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... भारत भर में व्यंग्य का प्रार्दुभाव रहा अतः हिन्दी के समान भारत की अन्य भाषाओं में भी व्यंग्य की समानधर्मा विधाओं का दिखाई पड़ना ...
... भारत भर में व्यंग्य का प्रार्दुभाव रहा अतः हिन्दी के समान भारत की अन्य भाषाओं में भी व्यंग्य की समानधर्मा विधाओं का दिखाई पड़ना ...
Common terms and phrases
अत अनेक अन्य अपनी अपने अभिव्यक्ति आज आदि इन इस उसके उसे एक एवं और कथ्य कर करता है करते हुए करते हैं करना कहा कहानी किया गया है किया है किसी कुछ के कारण के रूप में के लिए के सन्दर्भ में के समान को लेकर कोई गई जा जीवन जैसे जो डॉ० डॉ० बालेन्दु शेखर तक तथा तो था दिखाई दिया देश द्वारा नरेन्द्र कोहली नहीं निबन्ध ने पर पाठकों पृ० प्रभाव प्रयोग प्रस्तुत प्रहार प्राप्त बहुत बालेन्दु शेखर तिवारी भारत भी यह या युग रचना रचनाएँ रचनाओं में रवीन्द्रनाथ त्यागी रहा है रही रहे राजनीति लक्ष्य लघु लिखा है लेकिन वह वाले विविध विषयों वे व्यंग्य का व्यंग्य विधा के व्यंग्य साहित्य व्यंग्यकार शरद शरद जोशी शैली श्रीलाल शुक्ल सभी समाज सामाजिक साहित्य की साहित्य में से स्पष्ट हम हरिशंकर परसाई हिन्दी व्यंग्य हिन्दी साहित्य ही है कि हैं हो होकर होता है होती होते होने के