Dhyānastavaḥ |
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... इसलिए , इस अवस्थामें आत्माका निवास अपनी सर्वोत्तीर्ण प्रकृतिमें बताया गया है । यही अवस्था सच्ची अन्तिम मुक्ति है , अथवा यही अवस्था ...
... इसलिए , इस अवस्थामें आत्माका निवास अपनी सर्वोत्तीर्ण प्रकृतिमें बताया गया है । यही अवस्था सच्ची अन्तिम मुक्ति है , अथवा यही अवस्था ...
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... इसलिए आर्त और रौद्र ध्यान भी इसके विभागों के रूपमें स्वीकार किये गये हैं , जब कि वे पुनर्जन्म के कारण हैं । बादमें , हेमचन्द्र जैसे ...
... इसलिए आर्त और रौद्र ध्यान भी इसके विभागों के रूपमें स्वीकार किये गये हैं , जब कि वे पुनर्जन्म के कारण हैं । बादमें , हेमचन्द्र जैसे ...
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... इसलिए वे शुभचन्द्र से परवर्ती क्योंकि यह भी देखा और । उनका प्रस्तुती - हुए थे । हेमचन्द्र और शुभचन्द्रका अन्योन्याश्रित कालक्रम ...
... इसलिए वे शुभचन्द्र से परवर्ती क्योंकि यह भी देखा और । उनका प्रस्तुती - हुए थे । हेमचन्द्र और शुभचन्द्रका अन्योन्याश्रित कालक्रम ...