Rājasthāna ke ṭhikānoṃ evaṃ gharānoṃ kī purālekhīya sāmagrī

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Pratāpa Śodha Pratishṭhāna, Bhūpāla Nobalsa Saṃsthāna, 1996 - Rajasthan (India) - 192 pages
Study of the sources of the various principalities of Rajasthan, their contribution to the history of the place.

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१० १६ अधिकार अन्य अपनी अपने अभिलेख आदि आधार इतिहास इन इस इस प्रकार इसके इसी उदयपुर उनके उपलब्ध उल्लेख उस उसके एक एवं ऐतिहासिक ओर और कर करने का का विवरण कार्य किया किया गया किसी की कुछ के रूप में के लिए के लिये के समय के साथ को क्षेत्र ख्यात गई गया है गये गांव ग्रन्थ जयपुर जा जागीर जानकारी जाने जी जो जोधपुर ठिकाने ठिकाने के ठिकानों डॉ तक तथा तो था थी थे दस्तावेज दस्तावेजों दिया दी द्वारा नहीं ने पट्टा पत्र पत्रों पर पृ प्राप्त बही बाद बीकानेर भी महत्व महत्वपूर्ण महाराणा मिलता है मुगल में मेवाड़ यह या रा राजस्थान राजा राज्य राव रावत री रो लिखी वाले विक्रम संवत विभिन्न विवरण विशेष व्यवस्था शासकों शोध श्री सं संख्या संग्रह सलूम्बर सामग्री सामाजिक से स्पष्ट हुआ हुई हुए है कि हैं हो होता है होने

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