Maśāla: UpanyāsaNilābha Prakāśana, 1957 - 240 pages |
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... सामने सहन में बेर का पेड़ था । उसके नीचे एक अधेड़ उम्र का जुलाहा सुनारों के यहाँ से लायी राख को सैकड़ों बार पानी में छान कर आग में ...
... सामने सहन में बेर का पेड़ था । उसके नीचे एक अधेड़ उम्र का जुलाहा सुनारों के यहाँ से लायी राख को सैकड़ों बार पानी में छान कर आग में ...
Page 37
... सामने होता है , उसे किसी दूसरे रूप में आदमी देख नहीं सकता । भविष्य का रूप एक काले पर्दे में ढँका रहता है , वह पर्दा हटाने पर भविष्य का ...
... सामने होता है , उसे किसी दूसरे रूप में आदमी देख नहीं सकता । भविष्य का रूप एक काले पर्दे में ढँका रहता है , वह पर्दा हटाने पर भविष्य का ...
Page 42
... सामने खड़े नौजवानों के सामने खींचने लगा । नौजवान उसकी बातों को गौर से सुन , सोच - समझ रहे थे । नरेन को तो उसकी बातों को सुन ऐसा लगा ...
... सामने खड़े नौजवानों के सामने खींचने लगा । नौजवान उसकी बातों को गौर से सुन , सोच - समझ रहे थे । नरेन को तो उसकी बातों को सुन ऐसा लगा ...
Common terms and phrases
अपना अपनी अपने अब आँखें आँखों आज आदमी आप इस उठा उनके उन्हें उस उसका उसकी उसके उसने उसी उसे एक ऐसे और करता करने कह कहा कहाँ का कानपुर काम कि किया किसी की ओर की तरह कुछ के पास के लिए को कोई क्या क्यों गयी गये घर जब जा जाने जिन्दगी जैसे जो तक तुम तो थी थीं दिन दिया दुनिया दे देख देखा देश दो नरेन नरेन ने नहीं ने ने कहा पड़ा पर पानी फिर बहुत बात बातें बाद बार बोला बोली भर भाभी भी मंजूर मजदूर मजदूरों मदीना माँ मालूम मिल मुँह मुझे में मैं यह यहाँ या याद रह रहा था रहा है रही थी रहे थे रूस लगा लगी लिया ले लेकिन वक्त वह वहाँ वे शकूर श्राज सकीना सकीना की सब समझ साथ सामने साहब सिर से हम हर हाथ ही हुआ हुई हुए है हैं हो गया होता