Dēvatāōṃ kī chāyā mēṃ

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1953 - 184 pages

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Contents

Section 1
5
Section 2
9
Section 3
25

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Common terms and phrases

अच्छा अन्दर अपनी अपने अब अभी आनन्द आप इस उस उसकी उसके उसे एक एकांकी और फिर कर करता है करने कहा का काम किया किसी की की ओर कुछ के लिए के साथ को कोई क्या क्यों गया है गयी गये घर चला चेतन जब जा जाता है जाती जाते हैं जाने जी जैसे जो डा० कपूर डा० वर्मा डाक्टर तक तरह तुम तुम्हें तो था थी थे दिन दिया दे देखो देता है दो दोनों नहीं नाटक ने पंजाबी पर परसराम पहले पास पिता प्रवेश फिर बलवन्त बस बहू बात बार बाहर भाई भी भोलानाथ मरजाना मा मुझे में मेरे मैं मैंने यदि यह यहाँ या यूरोप ये रंगमंच रहा है रही रहीम रहे रोगी रौशन लगा ले वह वे श्री० सेठ श्रीमती वर्मा संभाषण सकता सब समय सुरेन्द्र से स्वर हम हाँ हाथ ही हुआ हुई हुए हूँ है और है कि हैं हो गया होता

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