Rakta-dīpaHindī Pracāra Samiti, 1967 - 115 pages |
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... तो कुछ न पूछो .. घर में तो उसके पैर टिकते ही नहीं । कभी परेड तो कभी मिटिंग । कभी कुछ तो कभी कुछ , रात को भी उसे चैन नहीं । बच्चों की की ...
... तो कुछ न पूछो .. घर में तो उसके पैर टिकते ही नहीं । कभी परेड तो कभी मिटिंग । कभी कुछ तो कभी कुछ , रात को भी उसे चैन नहीं । बच्चों की की ...
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... तो तेरे लिए ही नहीं , भारत की हर सन्तान के लिए मनौती करती हूँ । लाखन : तब तो मेरा नम्बर बहुत दूर है , माँ । अब तक तो तुझे हमने अपनी ही ...
... तो तेरे लिए ही नहीं , भारत की हर सन्तान के लिए मनौती करती हूँ । लाखन : तब तो मेरा नम्बर बहुत दूर है , माँ । अब तक तो तुझे हमने अपनी ही ...
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... तो नहीं आया है । यह समझने की कोशिश कर कि लोगों में देश के विरुद्ध कोई प्रचार तो नहीं किया जा रहा है । और लाखन ......... लाखन : पर चाचा , अगर ...
... तो नहीं आया है । यह समझने की कोशिश कर कि लोगों में देश के विरुद्ध कोई प्रचार तो नहीं किया जा रहा है । और लाखन ......... लाखन : पर चाचा , अगर ...
Common terms and phrases
अगर अपना अपनी अपने अब अभी अरे आँखों आगे आने इस इस घर इसी इसे उस उसका उसकी उसके उसे एक ऐसा और कभी कर करने कह कहाँ का कि किया किसी की कुछ के लिए कैसे को कोई कौशल्या क्या क्यों खून गई गफार गया गाँव चाचा चौधरी जब तक जा जाता है जाती जानकी जाने जिस जो तक तरह तुझे तुम तुम्हारे तुम्हें तू तेरी तेरे तो था थी दिन दिया दुनिया दे देख देश के दो नहीं ने पर पहले पानी बदरी बल्कि बहन बात बाद बेटा बेटी भय्या भाभी भारत भी माँ मुझे में मेरा मेरी मेरे मैं मैंने यह यहाँ रघु रहा है रही रहीम रहे हैं लगता है लाखन ले लेकर लेकिन लोग वह वे शादी संग्राम सकता सब समय साथ सिर्फ से हम हमारी हमारे हाँ हाथ ही ही नहीं हुआ हुई हुए हूँ है और है तो हो होगा होता